कक्षा 11 जीवविज्ञान पाठ 16 उत्सर्जी उत्पाद एवं उनका निष्कासन नोट्स पीडीएफ़ डाउनलोड

कक्षा 11 जीवविज्ञान पाठ 16 उत्सर्जी उत्पाद एवं उनका निष्कासन नोट्स पीडीएफ़ डाउनलोड

नमस्कार बच्चों,

हमने इस पोस्ट मे कक्षा 11 पाठ 16 उत्सर्जी उत्पाद एवं उनका निष्कासन का पूरा नोट्स दिया है। इस नोट्स मे हर एक बिन्दु को आसान भाषा मे लिखा है जिससे यह पाठ आप आसानी से समझ सकते है। यह नोट्स एनसीईआरटी (NCERT) पर आधारित है । अर्थात यह नोट्स उन सभी बच्चों के लिए उपयोगी है जो NCERT हिन्दी माध्यम से पढ़ते है ।

तो आप इस नोट्स के सायहता से इस पाठ उत्सर्जी उत्पाद एवं उनका निष्कासन को समझे और लिखे। हर एक पाठ आसान होता है अगर इसे हम पूरा समझे और जरूरी बिंदुओ को ध्यान मे रखे । यहा हमने नोट्स पीडीएफ़(PDF) के रूप मे दिया है जिसे आप download कर सके ताकि आप इसका print कर अपने समय को बचा सके।

Download करने के लिए दिये गए Download PDF लिंक पर क्लिक करे ।

अध्यायउत्सर्जी उत्पाद एवं उनका निष्कासन
विषयजीवविज्ञान
अध्याय क्रमांक16
कक्षा11
माध्यमहिन्दी
सत्र2025-2026

जीवविज्ञान कक्षा 11 अध्याय 16 नोट्स पीडीएफ़

16.-उत्सर्जी-उत्पाद-एवं-उनका-निष्कासन

Check: एनसीईआरटी कक्षा 11 जीवविज्ञान नोट्स पीडीएफ़

पाठ में मुख्य बिन्दु क्या-क्या है –
  • परिचय
    • उत्सर्जन की परिभाषा और महत्व
    • उत्सर्जी उत्पाद (नाइट्रोजनी अपशिष्ट)
    • उत्सर्जन के प्रकार

  • मानव उत्सर्जी तंत्र (Human Excretory System)
    • वृक्क (Kidneys): संरचना, स्थिति, कार्य
    • मूत्रवाहिनी (Ureters)
    • मूत्राशय (Urinary Bladder)
    • मूत्रमार्ग (Urethra)
    • वृक्क की आंतरिक संरचना:
      • वल्कुट (Cortex)
      • मध्यांश (Medulla)
      • वृक्काणु (Nephron)
  • मूत्र निर्माण (Urine Formation)
    • गुच्छीय निस्यंदन (Glomerular Filtration):
      • बोमेन संपुट (Bowman’s Capsule)
      • गुच्छीय निस्यंदन दर (Glomerular Filtration Rate – GFR)
    • पुनरावशोषण (Reabsorption):
      • समीपस्थ संवलित नलिका (Proximal Convoluted Tubule – PCT)
      • हेनले लूप (Henle’s Loop)
      • दूरस्थ संवलित नलिका (Distal Convoluted Tubule – DCT)
      • संग्रह नलिका (Collecting Duct)
    • स्रवण (Secretion):
      • नलिकाकार स्रवण का महत्व

  • सांद्रित मूत्र के निर्माण की क्रियाविधि (Mechanism of Concentration of the Filtrate)
    • प्रतिधारा क्रियाविधि (Countercurrent Mechanism)
    • हेनले लूप और वासा रेक्टा की भूमिका

  • वृक्क के कार्य का नियमन (Regulation of Kidney Function)
    • ADH (एंटी-डाययूरेटिक हार्मोन) / वैसोप्रेसिन की भूमिका: जल संतुलन
    • RAAS (रेनिन-एंजियोटेंसिन-एल्डोस्टेरोन सिस्टम) की भूमिका: रक्तचाप और GFR नियमन
    • ANF (एट्रियल नेट्रियुरेटिक कारक) की भूमिका: रक्तचाप कम करना

  • मूत्रण (Micturition)
    • मूत्राशय का भरना
    • मूत्रण प्रतिवर्त (Micturition Reflex)

  • उत्सर्जन में अन्य अंगों की भूमिका
    • फेफड़े (Lungs)
    • यकृत (Liver)
    • त्वचा (Skin)

  • उत्सर्जी तंत्र के विकार (Disorders of Excretory System)
    • वृक्कपात (Renal Failure) / वृक्क की विफलता
    • यूरीमिया (Uremia)
    • वृक्क प्रत्यारोपण (Kidney Transplantation)
    • हीमोडायलिसिस (Hemodialysis)
    • वृक्क अश्मरी (Renal Calculi / Kidney Stones)
    • ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस (Glomerulonephritis)

उत्सर्जी उत्पाद एवं उनका निष्कासन – पाठ का सारांश

  1. विभिन्न उपापचयी क्रियाओं विभिन्न द्वारा प्राणी अमोनिया, यूरिया, यूरिक अम्ल, CO2, जल, आयन जैसे पोटैशियम, फॉस्फेट, क्लोरीन आदि का संचय करते है। इन पदार्थों का प्राणियों दवारा पूर्व या आंशिक निष्कासन आवश्यक है।
  2. प्राणियों द्वारा मुख्य रूप से उत्सर्जित होने वाले पदार्थों में अमोनिया, यूरिया, यूरिक अम्ल व अमीनो अग्ल है।
  3. मनुष्य में एक जोड़ी वृक्क, एक जोड़ी मूत्र नलिका, एक मूत्राशय और एक मूत्रमार्ग से मिलकर बनता है।
  4. वृक्क के अतिरिक्त फेफड़े, यकृत और त्वचा भी उत्सर्जित करती है कुछ उत्सर्जित अपशिष्टों को। फेफडे प्रतिदिन CO2 और जल की पर्याप्त मात्रा का निष्कासन करते हैं।
  5. मनुष्य के वृक्क में यूरिया बनता है लेकिन कम मात्रा में यूरिया यकृत व मस्तिष्क में भी बनती है। उत्सर्जन की क्रियाविधि दो भागों में पूरी होती है।
  6. एक वयस्क मनुष्य लगभग 1-1.5 ली मूत्र प्रतिदिन उत्सर्जित करता है।
  7. मूत्रस्राव की मात्रा बढ़ जाने को डाइयूरेसिस कहते है।
  8. वृतक में बनी पथरी, अघुलनशील क्रिस्टलित लवण के पिण्ड (जैसे ऑक्सेलेर आदि) ।

आशा है की यह नोट्स आपके उपयोग आया होगा। अगर कोई प्रश्न या कोई सुझाव है तो नीचे comment करे। हम आपको जल्द से जल्द जबाब देने की कोशिश करेंगे।

धन्यवाद।

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