नमस्कार बच्चों,
अगर आप कक्षा 12 के छात्र हैं और भौतिक विज्ञान के अध्याय 14 “अर्धचालक इलेक्ट्रानिकी” (Semiconductor Electronics ) के लिए एक अच्छा और सरल नोट्स ढूंढ रहे हैं, तो आप सही जगह पर हैं। यह अध्याय बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और हमारे नोट्स आपकी तैयारी को बेहद आसान बना देंगे।
ये नोट्स विशेष रूप से NCERT नवीनतम पाठ्यक्रम और पिछले 10 वर्षों के बोर्ड परीक्षा प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करके बनाए गए हैं।
हमने इस लेख मे कक्षा 12 भौतिक विज्ञान पाठ 14 अर्धचालक इलेक्ट्रानिकी (NCERT class 12 physics) का पूरा नोट्स दिया है। इस नोट्स मे हर एक बिन्दु को आसान भाषा मे लिखा है जिससे यह पाठ आप आसानी से समझ सकते है । यह नोट्स एनसीईआरटी (NCERT) पर आधारित है । अर्थात यह नोट्स उन सभी बच्चों के लिए उपयोगी है जो NCERT हिन्दी माध्यम से पढ़ते है ।
यहा हमने नोट्स पीडीएफ़(PDF) के रूप मे दिया है जिसे आप download कर सके ताकि आप इसका print कर अपने समय को बचा सके। Download करने के लिए दिये गए Download PDF लिंक पर क्लिक करे ।
अध्याय | अर्धचालक इलेक्ट्रानिकी |
विषय | भौतिक विज्ञान |
अध्याय क्रमांक | 14 |
कक्षा | 12 |
माध्यम | हिन्दी |
सत्र | 2025-2026 |
अर्धचालक इलेक्ट्रानिकी – NCERT भौतिक विज्ञान कक्षा 12 अध्याय 14 नोट्स पीडीएफ़
14.-अर्धचालक-इलेक्ट्रानिकीCheck: एनसीईआरटी कक्षा 12 भौतिक विज्ञान नोट्स
नोट्स में शामिल महत्वपूर्ण टॉपिक्स(main topics in this notes)
- चालकों, विद्युतरोधियों तथा अर्धचालकों का वर्गीकरण (Classification of Metals, Conductors and Semiconductors)
- ऊर्जा बैंड के आधार पर वर्गीकरण (चालन बैंड तथा संयोजी बैंड)।
- नैज अर्धचालक (Intrinsic Semiconductor)
- सिलिकॉन और जर्मेनियम में सहसंयोजी आबंध।
- इलेक्ट्रॉन और होल की अवधारणा।
- अपद्रव्यी अर्धचालक (Extrinsic Semiconductor)
- अपमिश्रण (Doping)।
- n-प्रकार का अर्धचालक (n-type Semiconductor)
- p-प्रकार का अर्धचालक (p-type Semiconductor)
- p-n संधि (p-n Junction)
- अवक्षय परत (Depletion Region) तथा विभव प्राचीर (Potential Barrier)।
- अर्धचालक डायोड (Semiconductor Diode)
- p-n संधि डायोड।
- अग्रदिशिक बायस (Forward Bias)
- पश्चदिशिक बायस (Reverse Bias)
- V-I अभिलाक्षणिक वक्र।
- दिष्टकारी के रूप में संधि डायोड का अनुप्रयोग (Application of Junction Diode as a Rectifier)
- अर्ध-तरंग दिष्टकारी (Half-wave Rectifier)।
- पूर्ण-तरंग दिष्टकारी (Full-wave Rectifier)।
- विशिष्ट प्रयोजन p-n संधि डायोड (Special Purpose p-n Junction Diodes)
- जेनर डायोड (Zener Diode) और जेनर डायोड वोल्टता नियंत्रक के रूप में।
- प्रकाश उत्सर्जक डायोड (Light Emitting Diode – LED)।
- फोटोडायोड (Photodiode)।
- सौर सेल (Solar Cell)।
- अंकीय इलेक्ट्रॉनिकी तथा लॉजिक गेट (Digital Electronics and Logic Gates)
- लॉजिक गेट की अवधारणा।
- OR, AND, NOT, NAND तथा NOR गेट।
Class 12 physics chapter 14 Notes PDF in Hindi Download
हमारे नोट्स की मुख्य विशेषताएं (Key Features):
- सरल और स्पष्ट भाषा: सभी टॉपिक्स को बहुत ही आसान हिंदी भाषा में समझाया गया है, जिससे कमजोर छात्र भी आसानी से समझ सकते हैं।
- डायग्राम सहित एक्सप्लेनेशन: जटिल विषयों को बेहतर ढंग से समझाने के लिए महत्वपूर्ण डायग्राम और चित्र भी शामिल किए गए हैं, जिससे याद रखना आसान हो जाता है।
- समय की बचत: ये संक्षिप्त की-नोट्स (keynotes) आपका बहुमूल्य समय बचाते हैं और रिवीज़न के लिए सर्वोत्तम हैं।
- परीक्षा के लिए संपूर्ण तैयारी: इन नोट्स को पढ़ने के बाद, आप किसी भी बहुविकल्पीय (MCQ) और व्यक्तिपरक (Subjective) प्रश्न का उत्तर देने में सक्षम होंगे।
- भ्रम-मुक्त अध्ययन: आपको अलग-अलग किताबों में भटकने की जरूरत नहीं है। ये नोट्स आपकी सफलता के लिए पर्याप्त हैं।
अर्धचालक इलेक्ट्रानिकी– पाठ का सारांश
- चालक- वे पदार्थ जिनमें विद्युत धारा प्रवाहित होती है, चालक कहलाता है। इनमें मुक्त इलेक्ट्रॉन पाये जाते है। उदाहरण- सभी धातुएँ ।
- अचालक- वे पदार्थ जिनमें विद्युत धारा प्रवाहित नहीं होती है, अचालक कहलाता है। इनमें मुक्त इलेक्ट्रान उपस्थित नही होते हैं। उदा० – लकडी, कागज, प्लास्टिक आदि।
- अर्धचालक- वे पदार्थ जिनका विद्युतीय गुण सुचालको तथा कुचालको के बीच होता है, उन्हें अर्धचालक कहते हैं। उदा०- Ge, si /
- बाह्य अर्धचालक दो प्रकार के होते हैं-
- P- टाइप अर्धचालक– जब किसी शुद्ध अर्धचालक मे त्रिसंयोजी अशुद्धि (जैसे – बोरान, एल्युमिनियम) मिलाई जाती है तो इसे P-टाइप अर्धचालक कहते हैं।
- n – टाइप अर्धचालक – जब किसी शुद्ध अर्धचालक (जैसे Ge, Si) मे पंचसंयोजी अशुद्धि (जैसे- आर्सेनिक) मिलाई जाती है तो इसे n-टाइप अर्धचालक कहते हैं।
- दिष्टकरण–
- युग्म विनाश:- जब एक पाजीट्रॉन तथा एक इलेक्ट्रॉन समीप आते है तो वह एक दूसरे का विनाश कर देते हैं। तथा ऊर्जा के रूप में दो गामा फोटॉन की उत्पत्ति होती है।
- द्रव्यमान क्षति:- विभिन्न प्रयोगों द्वारा यह पाया गया कि नाभिक का द्रव्यमान उसमे उपस्थित न्यूक्लिआनो के द्रव्यमान से कुछ कम प्राप्त होता है।
- नाभिकीय बल-नाभिक में उपस्थित न्यूक्लिऑनों के मध्य लगने वाला आकर्षण बल नाभिकीय बल कहलाता है।
- नाभिकीय संलयन-जब दो या दो से अधिक हल्के नाभिक मिलकर एक अपेक्षाकृत बड़े नाभिक का निर्माण करते हैं तो इस प्रक्रिया को नाभिकीय संलयन कहते है।
- सक्रियता (R):– किसी रेडियोएक्टिव तत्व मे एकांक समय मे क्षयित होने वाले नाभिको की संख्या उस पदार्थ की सक्रियता कहलाती है।
आशा है की यह नोट्स आपके उपयोग आया होगा। अगर कोई प्रश्न या कोई सुझाव है तो नीचे comment करे। हम आपको जल्द से जल्द जबाब देने की कोशिश करेंगे।
FAQ(s)
ये नोट्स किस बोर्ड के लिए उपयोगी हैं?
ये नोट्स मुख्य रूप से NCERT सिलेबस पर आधारित हैं, इसलिए ये CBSE, बिहार बोर्ड (BSEB), UP बोर्ड, और अन्य सभी राज्य बोर्डों के लिए समान रूप से उपयोगी हैं।
क्या केवल इन नोट्स से पढ़कर 90% से अधिक अंक लाए जा सकते हैं?
हाँ, यदि आप इन नोट्स को अच्छी तरह से पढ़ते हैं, समझते हैं और साथ में NCERT की एक्सरसाइज करते हैं, तो आप निश्चित रूप से 90% से अधिक अंक प्राप्त कर सकते हैं।
क्या ये नोट्स नवीनतम पाठ्यक्रम 2025-26 के अनुसार हैं?
जी हाँ, हमारे सभी नोट्स हर साल नवीनतम पाठ्यक्रम के अनुसार अपडेट किए जाते हैं।
क्या ये नोट्स फ्री में उपलब्ध हैं?
हाँ, ये नोट्स छात्रों की मदद के लिए निःशुल्क प्रदान किए जाते हैं। आप ऊपर दिए गए PDF के मदद से यह नोट्स फ्री में पढ़ सकते हैं। Download करने के लिए Download PDF लिंक पर क्लिक करें।
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