नमस्कार बच्चों,
अगर आप कक्षा 12 के छात्र हैं और भौतिक विज्ञान के अध्याय 4 “गतिमान आवेश और चुंबकत्व” (Moving charges and magnetism) के लिए एक अच्छा और सरल नोट्स ढूंढ रहे हैं, तो आप सही जगह पर हैं। यह अध्याय बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और हमारे नोट्स आपकी तैयारी को बेहद आसान बना देंगे।
ये नोट्स विशेष रूप से NCERT नवीनतम पाठ्यक्रम और पिछले 10 वर्षों के बोर्ड परीक्षा प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करके बनाए गए हैं।
हमने इस लेख मे कक्षा 12 भौतिक विज्ञान पाठ 4 गतिमान आवेश और चुंबकत्व (NCERT class 12 physics) का पूरा नोट्स दिया है। इस नोट्स मे हर एक बिन्दु को आसान भाषा मे लिखा है जिससे यह पाठ आप आसानी से समझ सकते है । यह नोट्स एनसीईआरटी (NCERT) पर आधारित है । अर्थात यह नोट्स उन सभी बच्चों के लिए उपयोगी है जो NCERT हिन्दी माध्यम से पढ़ते है ।
यहा हमने नोट्स पीडीएफ़(PDF) के रूप मे दिया है जिसे आप download कर सके ताकि आप इसका print कर अपने समय को बचा सके। Download करने के लिए दिये गए Download PDF लिंक पर क्लिक करे ।
अध्याय | गतिमान आवेश और चुंबकत्व |
विषय | भौतिक विज्ञान |
अध्याय क्रमांक | 4 |
कक्षा | 12 |
माध्यम | हिन्दी |
सत्र | 2025-2026 |
गतिमान आवेश और चुंबकत्व – NCERT भौतिक विज्ञान कक्षा 12 अध्याय 4 नोट्स पीडीएफ़
4.-गतिमान-आवेश-और-चुंबकत्वCheck: एनसीईआरटी कक्षा 12 भौतिक विज्ञान नोट्स
नोट्स में शामिल महत्वपूर्ण टॉपिक्स(main topics in this notes)
- चुंबकीय बल (Magnetic Force)
- चुंबकीय क्षेत्र की अवधारणा।
- लॉरेंत्स बल (Lorentz Force)।
- चुंबकीय क्षेत्र में गति (Motion in a Magnetic Field)
- एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में आवेशित कण की गति।
- संयुक्त विद्युत तथा चुंबकीय क्षेत्रों में गति (Motion in Combined Electric and Magnetic Fields)
- वेग वरक (Velocity Selector)।
- साइक्लोट्रॉन (Cyclotron)।
- बायो-सावर्ट का नियम (Biot-Savart Law)
- नियम की व्याख्या और अनुप्रयोग।
- विद्युत धारावाही वृत्ताकार पाश के अक्ष पर चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic field on the axis of a circular current loop)
- ऐम्पियर का परिपथीय नियम (Ampere’s Circuital Law)
- नियम की व्याख्या।
- ऐम्पियर के नियम के अनुप्रयोग (Applications of Ampere’s Law)
- अनंत लंबाई के सीधे तार के कारण चुंबकीय क्षेत्र।
- परिनालिका (Solenoid) तथा टोराइड (Toroid) के कारण चुंबकीय क्षेत्र।
- दो समांतर विद्युत धाराओं के बीच बल – ऐम्पियर (Force between two parallel currents – The Ampere)
- ऐम्पियर की परिभाषा।
- विद्युत धारा पाश पर बल आघूर्ण, चुंबकीय द्विध्रुव (Torque on Current Loop, Magnetic Dipole)
- एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में आयताकार पाश पर बल आघूर्ण।
- परिक्रमी इलेक्ट्रॉन का चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण।
- चल कुंडली गैल्वेनोमीटर (Moving Coil Galvanometer)
- सिद्धांत और संरचना।
- धारा सुग्राहिता तथा वोल्टता सुग्राहिता।
- गैल्वेनोमीटर का ऐमीटर तथा वोल्टमीटर में रूपांतरण (Conversion of Galvanometer to Ammeter and Voltmeter)
Class 12 physics chapter 4 Notes PDF in Hindi Download
हमारे नोट्स की मुख्य विशेषताएं (Key Features):
- सरल और स्पष्ट भाषा: सभी टॉपिक्स को बहुत ही आसान हिंदी भाषा में समझाया गया है, जिससे कमजोर छात्र भी आसानी से समझ सकते हैं।
- डायग्राम सहित एक्सप्लेनेशन: जटिल विषयों को बेहतर ढंग से समझाने के लिए महत्वपूर्ण डायग्राम और चित्र भी शामिल किए गए हैं, जिससे याद रखना आसान हो जाता है।
- समय की बचत: ये संक्षिप्त की-नोट्स (keynotes) आपका बहुमूल्य समय बचाते हैं और रिवीज़न के लिए सर्वोत्तम हैं।
- परीक्षा के लिए संपूर्ण तैयारी: इन नोट्स को पढ़ने के बाद, आप किसी भी बहुविकल्पीय (MCQ) और व्यक्तिपरक (Subjective) प्रश्न का उत्तर देने में सक्षम होंगे।
- भ्रम-मुक्त अध्ययन: आपको अलग-अलग किताबों में भटकने की जरूरत नहीं है। ये नोट्स आपकी सफलता के लिए पर्याप्त हैं।
गतिमान आवेश और चुंबकत्व – पाठ का सारांश
- चुम्बकीय क्षेत्र (Magnetic field):-किसी चुम्बक के चारों ओर का वह क्षेत्र जिसमे चुम्बकीय सुई मे बल – आघूर्ण आरोपित होता है, जिससे चुम्बकीय सुई एक निश्चित दिशा मे आकर ठहरती है, ऐसे क्षेत्र को चुम्बकीय क्षेत्र कहते है।
- वैद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव-जब किसी चालक मे विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो उस चालक के चारों ओर एक वैद्युत क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है, इस घटना को विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव कहते है।
- धारावाही चालक के कारण उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र की दिशा
- दाये हाथ की हथेली का नियम नं. 1
- मैक्सवेल का दक्षिणावर्ती पेंच नियम
- लारेन्ज बल-जब कोई आवेशित कण किसी चुम्बकीय क्षेत्र मे गति करता है तो उस पर आरोपित बल को ‘लारेन्ज बल’ कहते है।
- एक समान चुंबकीय क्षेत्र में आवेशित कण की गति
- Case 1: जब आवेशित कण चुंबकीय क्षेत्र में, क्षेत्र के समान्तर प्रवेश करता है:-
- Case 2: जब आवेशित कण चुंबकीय क्षेत्र में, क्षेत्र के लम्बवत प्रवेश करता है
- Case – 3 जब आवेशित कण चुंबकीय क्षेत्र में तिरछी प्रवेश करता है –
- फ्लेमिंग के बाये हाथ का नियम-यदि हम अपने बायें हाथ की तर्जनी, मध्यमा और अंगूठा तीनों को परस्पर लम्बवत रखे तो इस स्थिति मे यदि मध्यमा धारा की दिशा को तथा तर्जनी चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा को प्रदर्शित करे तो अंगूठा चालक पर लगने वाले बल की दिशा को प्रदर्शित करेगा |
- निलंबित कुण्डली धारामापी (Suspended will Galvanometer)-यह विद्युत-धारा के संसूचन तथा मापन के लिए प्रयुक्त किया जाने वाला उपकरण है। इसकी क्रिया, चुम्बकीय क्षेत्र मे धारावाही कुण्डली पर कार्यरत बलाघूर्ण पर आधारित है।
- चुम्बकीय द्विध्रुव (Magnetic dipole)-चुम्बकीय द्विध्रुव एक ऐसी युक्ति है, जिसे बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र में रखने पर उस पर एक बलयुग्म आरोपित होता है जो उस द्विध्रुव के अक्ष को चुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर कर देता है।
आशा है की यह नोट्स आपके उपयोग आया होगा। अगर कोई प्रश्न या कोई सुझाव है तो नीचे comment करे। हम आपको जल्द से जल्द जबाब देने की कोशिश करेंगे।
FAQ(s)
ये नोट्स किस बोर्ड के लिए उपयोगी हैं?
ये नोट्स मुख्य रूप से NCERT सिलेबस पर आधारित हैं, इसलिए ये CBSE, बिहार बोर्ड (BSEB), UP बोर्ड, और अन्य सभी राज्य बोर्डों के लिए समान रूप से उपयोगी हैं।
क्या केवल इन नोट्स से पढ़कर 90% से अधिक अंक लाए जा सकते हैं?
हाँ, यदि आप इन नोट्स को अच्छी तरह से पढ़ते हैं, समझते हैं और साथ में NCERT की एक्सरसाइज करते हैं, तो आप निश्चित रूप से 90% से अधिक अंक प्राप्त कर सकते हैं।
क्या ये नोट्स नवीनतम पाठ्यक्रम 2025-26 के अनुसार हैं?
जी हाँ, हमारे सभी नोट्स हर साल नवीनतम पाठ्यक्रम के अनुसार अपडेट किए जाते हैं।
क्या ये नोट्स फ्री में उपलब्ध हैं?
हाँ, ये नोट्स छात्रों की मदद के लिए निःशुल्क प्रदान किए जाते हैं। आप ऊपर दिए गए PDF के मदद से यह नोट्स फ्री में पढ़ सकते हैं। Download करने के लिए Download PDF लिंक पर क्लिक करें।
मैं अपने doubts कहाँ पूछ सकता हूँ?
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