नमस्कार बच्चों,
हमने इस पोस्ट मे कक्षा 11 पाठ 1 जीव जगत का पूरा नोट्स दिया है। इस नोट्स मे हर एक बिन्दु को आसान भाषा मे लिखा है जिससे यह पाठ आप आसानी से समझ सकते है । यह नोट्स एनसीईआरटी (NCERT) पर आधारित है । अर्थात यह नोट्स उन सभी बच्चों के लिए उपयोगी है जो NCERT हिन्दी माध्यम से पढ़ते है ।
तो आप इस नोट्स के सायहता से इस पाठ जीव जगत को समझे और लिखे। हर एक पाठ आसान होता है अगर इसे हम पूरा समझे और जरूरी बिंदुओ को ध्यान मे रखे । यहा हमने नोट्स पीडीएफ़(PDF) के रूप मे दिया है जिसे आप download कर सके ताकि आप इसका print कर अपने समय को बचा सके।
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अध्याय | जीव जगत |
विषय | जीवविज्ञान |
अध्याय क्रमांक | 1 |
कक्षा | 11 |
माध्यम | हिन्दी |
सत्र | 2025-2026 |
जीवविज्ञान कक्षा 11 अध्याय 1 नोट्स पीडीएफ़
1.-जीव-जगतCheck: एनसीईआरटी कक्षा 11 जीवविज्ञान नोट्स पीडीएफ़
जीव जगत हस्तलिखित नोट्स पीडीएफ़
पाठ में मुख्य बिन्दु क्या-क्या है –
- जीव क्या है?
- सजीवों के अभिलक्षण
- वृद्धि
- जनन
- उपापचय
- कोशिकीय संगठन
- संवेदना (चेतना)
- जीव जगत में विविधता
- जैव-विविधता की संकल्पना
- वर्गीकरण की आवश्यकता
- नामपद्धति
- द्विनाम पद्धति (बाइनोमियल नोमेनक्लेचर)
- नामकरण के सार्वत्रिक नियम
- पहचान, नामकरण और वर्गीकरण
- वर्गिकी संवर्ग (टैक्सोनॉमिक कैटेगरी)
- वर्गिकी पदानुक्रम की संकल्पना
- विभिन्न संवर्गों का वर्णन:
- जाति (स्पीशीज)
- वंश (जीनस)
- कुल (फैमिली)
- गण (ऑर्डर)
- वर्ग (क्लास)
- संघ (फाइलम) या प्रभाग (डिवीजन – पौधों के लिए)
- जगत (किंगडम)
- कुछ जीवों के वर्गिकी संवर्ग का उदाहरण (जैसे – मानव, आम, गेहूं)
- वर्गिकी सहायता साधन (टैक्सोनॉमिकल एड्स)
- हरबेरियम (वनस्पति संग्रहालय)
- वानस्पतिक उद्यान (बोटैनिकल गार्डन)
- संग्रहालय (म्यूजियम)
- प्राणि-उपवन या चिड़ियाघर (जूलॉजिकल पार्क)
- कुंजी अथवा चाभी (आइडेंटिफिकेशन की)
- अन्य साधन: फ्लोरा, मैनुअल्स, मोनोग्राफ्स, कैटलॉग्स
जीव जगत – पाठ का सारांश
- जीव विज्ञान की वह शाखा जिसके अन्दर पेड़-पौधो का अध्ययन किया जाता है। वनस्पति विज्ञान कहलाता है। थियोफ्रेस्टस को वनस्पति विज्ञान का जनक कहते है।
- जीव एक या एक से अधिक कोशिकाओं का बना वह संगठन है, जिसमें बाहरी और आंतरिक वृद्धि होती है, विकास होता है और अपने जैसा प्रतिरूप बनाने की क्षमता होती है। वह जीव कहलाता है।
- जीव जगत मे असख्य प्रकार के जीवों की उपस्थिति को जैव विविधता (Biodiversity) कहते है।
- वैज्ञानिको न अब तक 17-18 लाख जीवो का पता लगाकर उनका नामकरण किया है।
- स्वीडन के वैज्ञानिक ‘लिनियस’ द्वारा जन्तुओं के वैज्ञानिक रूप से नामकरण पद्धति को ‘द्विनाम पद्धति’ कहते है। इसके अनुसार प्रत्येक प्राणी के दो नाम होते है।
- वर्गीकरण के जन्मदाता स्वीडन के प्रसिद्ध वैज्ञानिक कैरोलस लिनियस” है। इन्होने अपनी पुस्तक ‘सिस्टेमा नेचुरी’ (Systema Naturai) में जीवों के वैज्ञानिक तथा आधुनिक वर्गीकरण प्रणाली की व्याख्या की।
- दो जगत वाले वर्गीकरण की कमियो को दूर करने के लिये जीवो का पाँच जगत वाला वर्गीकरण शुरू किया गया।
- : रोबर्ट हुक (Robert Hooke) को कोशिका विज्ञान का पिता कहा जाता है I
आशा है की यह नोट्स आपके उपयोग आया होगा। अगर कोई प्रश्न या कोई सुझाव है तो नीचे comment करे। हम आपको जल्द से जल्द जबाब देने की कोशिश करेंगे।
धन्यवाद।