कक्षा 11 जीवविज्ञान पाठ 3 वनस्पति जगत नोट्स पीडीएफ़ डाउनलोड

नमस्कार बच्चों,

हमने इस पोस्ट मे कक्षा 11 पाठ 3 वनस्पति जगत का पूरा नोट्स दिया है। इस नोट्स मे हर एक बिन्दु को आसान भाषा मे लिखा है जिससे यह पाठ आप आसानी से समझ सकते है। यह नोट्स एनसीईआरटी (NCERT) पर आधारित है । अर्थात यह नोट्स उन सभी बच्चों के लिए उपयोगी है जो NCERT हिन्दी माध्यम से पढ़ते है ।

तो आप इस नोट्स के सायहता से इस पाठ वनस्पति जगत को समझे और लिखे। हर एक पाठ आसान होता है अगर इसे हम पूरा समझे और जरूरी बिंदुओ को ध्यान मे रखे । यहा हमने नोट्स पीडीएफ़(PDF) के रूप मे दिया है जिसे आप download कर सके ताकि आप इसका print कर अपने समय को बचा सके।

Download करने के लिए दिये गए Download PDF लिंक पर क्लिक करे ।

अध्यायवनस्पति जगत
विषयजीवविज्ञान
अध्याय क्रमांक3
कक्षा11
माध्यमहिन्दी
सत्र2025-2026

वनस्पति जगत हस्तलिखित नोट्स पीडीएफ़

3.-वनस्पति-जगत

Check: एनसीईआरटी कक्षा 11 जीवविज्ञान नोट्स पीडीएफ़

पाठ में मुख्य बिन्दु क्या-क्या है –
  • परिचय
    • वनस्पति जगत के वर्गीकरण का आधार
    • वर्गीकरण पद्धतियाँ: कृत्रिम, प्राकृतिक और जातिवृत्तीय

  • शैवाल (Algae)
    • सामान्य लक्षण, वास स्थान और संरचना
    • प्रजनन
    • शैवाल के प्रकार और उनके उदाहरण:
      • क्लोरोफाइसी (Chlorophyceae)
      • फियोफाइसी (Phaeophyceae)
      • रोडोफाइसी (Rhodophyceae)
    • शैवाल का आर्थिक महत्व

  • ब्रायोफाइटा (Bryophyta)
    • सामान्य लक्षण और वास स्थान
    • ब्रायोफाइटा का जीवन चक्र
    • ब्रायोफाइटा के प्रकार:
      • लिवरवर्ट (Liverworts)
      • मॉस (Mosses)
    • ब्रायोफाइटा का आर्थिक महत्व

  • टेरिडोफाइटा (Pteridophyta)
    • सामान्य लक्षण और वास स्थान
    • टेरिडोफाइटा का जीवन चक्र
    • टेरिडोफाइटा के वर्ग:
      • साइलोप्सिडा (Psilopsida)
      • लाइकोप्सिडा (Lycopsida)
      • स्फेनोप्सिडा (Sphenopsida)
      • टेरोप्सिडा (Pteropsida)
    • टेरिडोफाइटा का महत्व

  • अनावृतबीजी (Gymnosperms)
    • सामान्य लक्षण और संरचना
    • प्रजनन
    • अनावृतबीजी के उदाहरण
    • आर्थिक महत्व

  • आवृतबीजी (Angiosperms)
    • सामान्य लक्षण
    • आवृतबीजी का वर्गीकरण: एकबीजपत्री और द्विबीजपत्री
    • पुष्प की संरचना
    • दोहरा निषेचन

  • पादप जीवन चक्र तथा संतति एकान्तरण (Plant Life Cycles and Alternation of Generations)
    • अगुणितक जीवन चक्र (Haplontic life cycle)
    • द्विगुणितक जीवन चक्र (Diplontic life cycle)
    • अगुणित-द्विगुणितक जीवन चक्र (Haplo-diplontic life cycle)
    • विभिन्न पादप समूहों में जीवन चक्र के उदाहरण

वनस्पति जगत – पाठ का सारांश

  1. शैवाल क्लोरोफिल युक्त, सरल, संवहन ऊतक रहित स्वपोषी थैलोफाइट है। जिनमें वास्तविक जड़ें, तना व पत्तियां नहीं पायी जाती है, शैवालों का अध्ययन एल्गोलॉजी अथवा फाइकोलॉजी में करते है।
  2. ब्रायोफाइट्स– ये पौधे प्रायः छोटे होते हैं, और सर्वव्यापी हैं, इनमें संवहन उतक नहीं होता है। नर जननांग पुंधानी होता है, और मादा जननांग स्त्रीधानी होता है।
  3. टेरिडोफाइटा वर्ग के अन्तर्गत पर्णहरिम व संवहन ऊतक युक्त। अपुष्पोद्‌भिद् पौधे आते हैं, इस वर्ग के सदस्यों में जल व खनिज लवणों के संवहन हेतु संवहन ऊतक जाइलम और क्लोएम होते है।
  4. टेरिडोफाइटा वर्ग के अन्तर्गत पर्णहरिम व संवहन ऊतक युक्त। अपुष्पोद्‌भिद् पौधे आते हैं, इस वर्ग के सदस्यों में जल व खनिज लवणों के संवहन हेतु संवहन ऊतक जाइलम और क्लोएम होते है।
  5. पुष्पी पौधें अथवा आवृतवीजी में परागकण तथा बीजाण्ड विशिष्ट रचना के रूप में विकसित होते है। जिसे पुष्ष कहते हैं। अवृतबीजी पुष्पी पादप हैं।

आशा है की यह नोट्स आपके उपयोग आया होगा। अगर कोई प्रश्न या कोई सुझाव है तो नीचे comment करे। हम आपको जल्द से जल्द जबाब देने की कोशिश करेंगे।

धन्यवाद।

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