नमस्कार बच्चों,
हमने इस पोस्ट मे कक्षा 11 पाठ 11 उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण का पूरा नोट्स दिया है। इस नोट्स मे हर एक बिन्दु को आसान भाषा मे लिखा है जिससे यह पाठ आप आसानी से समझ सकते है । यह नोट्स एनसीईआरटी (NCERT) पर आधारित है । अर्थात यह नोट्स उन सभी बच्चों के लिए उपयोगी है जो NCERT हिन्दी माध्यम से पढ़ते है ।
तो आप इस नोट्स के सायहता से इस पाठ उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण को समझे और लिखे। हर एक पाठ आसान होता है अगर इसे हम पूरा समझे और जरूरी बिंदुओ को ध्यान मे रखे । यहा हमने नोट्स पीडीएफ़(PDF) के रूप मे दिया है जिसे आप download कर सके ताकि आप इसका print कर अपने समय को बचा सके।
Download करने के लिए दिये गए Download PDF लिंक पर क्लिक करे ।
अध्याय | उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण |
विषय | जीवविज्ञान |
अध्याय क्रमांक | 11 |
कक्षा | 11 |
माध्यम | हिन्दी |
सत्र | 2025-2026 |
उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण हस्तलिखित नोट्स पीडीएफ़
11.-उच्च-पादपों-में-प्रकाश-संश्लेषणCheck: एनसीईआरटी कक्षा 11 जीवविज्ञान नोट्स पीडीएफ़
पाठ में मुख्य बिन्दु क्या-क्या है –
- परिचय
- प्रकाश संश्लेषण का महत्व
- प्रकाश संश्लेषण की परिभाषा और सामान्य समीकरण
- प्रकाश संश्लेषण का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
- प्रकाश संश्लेषण कहाँ होता है?
- क्लोरोप्लास्ट (हरितलवक) की संरचना और भूमिका
- प्रकाश संश्लेषी वर्णक
- अवशोषण स्पेक्ट्रम और क्रिया स्पेक्ट्रम
- प्रकाश अभिक्रिया (Light Reaction)
- प्रकाश संचयन कॉम्प्लेक्स (Light Harvesting Complex – LHC)
- प्रकाश-तंत्र I (Photosystem I – PS I) और प्रकाश-तंत्र II (Photosystem II – PS II)
- इलेक्ट्रॉन अभिगमन तंत्र (Electron Transport System):
- चक्रीय प्रकाश फॉस्फोरिलीकरण (Cyclic Photophosphorylation)
- अचक्रीय प्रकाश फॉस्फोरिलीकरण (Non-cyclic Photophosphorylation – Z-स्कीम)
- जल का प्रकाश-अपघटन (Photolysis of Water)
- रसोपरासरणी परिकल्पना (Chemiosmotic Hypothesis)
- अंधकार अभिक्रिया (Dark Reaction) / जैवसंश्लेषी प्रावस्था
- ATP और NADPH का उपयोग
- केल्विन चक्र (C3 पथ) (Calvin Cycle / C3 Pathway):
- कार्बोक्सिलीकरण (Carboxylation)
- अपचयन (Reduction)
- RuBP का पुनर्जनन (Regeneration of RuBP)
- C4 पथ (Hatch and Slack Pathway) (C4 Pathway):
- C4 पादपों की विशिष्ट शारीरिकी (क्रेन्ज शारीरिकी – Kranz Anatomy)
- C4 पथ की प्रक्रिया
- C3 और C4 पादपों में अंतर
- प्रकाश श्वसन (Photorespiration)
- प्रक्रिया और महत्वहीनता
- प्रकाश श्वसन बनाम प्रकाश संश्लेषण
- प्रकाश संश्लेषण को प्रभावित करने वाले कारक
- बाह्य कारक (External Factors):
- प्रकाश (Light intensity, quality)
- कार्बन डाइऑक्साइड सांद्रता (Carbon dioxide concentration)
- तापमान (Temperature)
- जल (Water)
- आंतरिक कारक (Internal Factors):
- पत्ती की संरचना और आयु
- क्लोरोफिल की मात्रा
- ब्लैकमैन का सीमाकारी कारकों का नियम (Blackman’s Law of Limiting Factors)
- बाह्य कारक (External Factors):
उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण – पाठ का सारांश
- पत्तियों में मीसोफिल कोशिकाएँ होती हैं जिनमें क्लोरोप्लास्ट पाए जाते हैं। इनमें एक झिल्ली तन्त्र होता है जो प्रकाश ऊर्जा को ग्रहण करता है और ATP व NADPH का संश्लेषण करता है जिसे प्रकाश – रासायनिक अभिक्रिया कहते हैं।
- वे अणु जो प्रकाश को अवशोषित करते हैं प्रकाश संश्लेषी वर्णक कहलाते हैं। जैसे – पर्णहरिम a , पर्णहरिम b आदि।
- कोशिकाओं के द्वारा ATP के संश्लेषण की प्रक्रिया फास्फोरिलेशन कहलाती और प्रकाश की उपस्थिति में ADP तथा अकार्बनिक फॉस्फेट से ATP का संश्लेषण होना फोटो – फास्फोरिलेशन कहलाता है।
- ब्लैकमैन के अनुसार यदि प्रकाश की तीव्रता को 1 यूनिट बढ़ा दिया जाए तो प्रकाश संश्लेषण की दर बढ़ जाती है।
- CO2 की सान्द्रता वायुमण्डल में बहुत कम है। 0.05% वृद्धि हो जाने के कारण CO2 के यौगिकीकरण दर में वृद्धि हो सकती है। परन्तु इससे अधिक मात्रा में हानिकारक सिद्ध हो सकती है।
- प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा केवल पौधे ही कार्बोहाइड्रेट बनाते हैं। इसी से वसा एवम प्रोटीन का निर्माण होता है।
आशा है की यह नोट्स आपके उपयोग आया होगा। अगर कोई प्रश्न या कोई सुझाव है तो नीचे comment करे। हम आपको जल्द से जल्द जबाब देने की कोशिश करेंगे।
धन्यवाद।