नमस्कार बच्चों,
हमने इस पोस्ट मे कक्षा 11 पाठ 9 जैव अणु का पूरा नोट्स दिया है। इस नोट्स मे हर एक बिन्दु को आसान भाषा मे लिखा है जिससे यह पाठ आप आसानी से समझ सकते है । यह नोट्स एनसीईआरटी (NCERT) पर आधारित है । अर्थात यह नोट्स उन सभी बच्चों के लिए उपयोगी है जो NCERT हिन्दी माध्यम से पढ़ते है ।
तो आप इस नोट्स के सायहता से इस पाठ जैव अणु को समझे और लिखे। हर एक पाठ आसान होता है अगर इसे हम पूरा समझे और जरूरी बिंदुओ को ध्यान मे रखे । यहा हमने नोट्स पीडीएफ़(PDF) के रूप मे दिया है जिसे आप download कर सके ताकि आप इसका print कर अपने समय को बचा सके।
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अध्याय | जैव अणु |
विषय | जीवविज्ञान |
अध्याय क्रमांक | 9 |
कक्षा | 11 |
माध्यम | हिन्दी |
सत्र | 2025-2026 |
जीवविज्ञान कक्षा 11 अध्याय 9 नोट्स पीडीएफ़
9.-जैव-अणुCheck: एनसीईआरटी कक्षा 11 जीवविज्ञान नोट्स पीडीएफ़
पाठ में मुख्य बिन्दु क्या-क्या है –
- परिचय
- जीवों में रासायनिक संरचना का अध्ययन
- जैव अणुओं की विविधता
- जैविक सूक्ष्म अणु (Biomicromolecules)
- प्राथमिक तथा द्वितीयक उपापचयज (Primary and Secondary Metabolites)
- विश्लेषण (Analysis):
- कार्बनिक यौगिकों का विश्लेषण
- अकार्बनिक यौगिकों का विश्लेषण
- प्रोटीन, न्यूक्लिक अम्ल, पॉलीसैकेराइड, तथा लिपिड
- प्रोटीन (Proteins)
- अमीनो अम्ल (Amino Acids)
- प्रोटीन की प्राथमिक, द्वितीयक, तृतीयक और चतुष्कीय संरचना
- प्रोटीन के कार्य और उदाहरण
- पॉलीसैकेराइड (Polysaccharides)
- कार्बोहाइड्रेट का वर्गीकरण
- स्टार्च (Starch) की संरचना और कार्य
- सेल्यूलोज (Cellulose) की संरचना और कार्य
- ग्लाइकोजन (Glycogen) की संरचना और कार्य
- काइटिन (Chitin)
- लिपिड (Lipids)
- संरचना (वसीय अम्ल और ग्लिसरॉल)
- प्रकार (वसा, तेल, फॉस्फोलिपिड, कोलेस्ट्रॉल)
- लिपिड के कार्य
- न्यूक्लिक अम्ल (Nucleic Acids)
- न्यूक्लियोटाइड (Nucleotide) और न्यूक्लियोसाइड (Nucleoside) की संरचना
- DNA की संरचना
- RNA के प्रकार और कार्य
- DNA और RNA में अंतर
- एंजाइम (Enzymes)
- एंजाइमों की प्रकृति
- एंजाइम क्रियाविधि
- एंजाइम की सक्रियता को प्रभावित करने वाले कारक
- एंजाइमों का वर्गीकरण
- सह-कारक (Co-factors)
जैव अणु – पाठ का सारांश
- पृथ्वी पर सबसे अधिक मात्रा में पाए जाने वाला कार्बनिक पदार्थ कार्बोहाइड्रेट ही है। जीवधारियों के लिए यह ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। यह कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन से मिलकर बना होता है।
- सजीव शरीर का लगभग 14% भाग तथा मृत शरीर का लगभग 50% भाग प्रोटीन का बना होता है। प्रोटीन अमीनो अम्लो से मिलकर बने होते हैं। इस कारण इन्हें अमीनों के बहुलक भी कहते हैं। प्रोटीन के निर्माण मे लगभग 20 प्रकार एक अमीनो अम्ल भाग लेते है।
- न्यूक्लिक अम्ल की खोज फ्रेडरिच मिशर ने की थी, और इसे न्यूक्लीन नाम दिया। अल्टमान ने बताया कि न्यूक्लिक अम्ल तीन घटको नाइट्रोजन क्षार, पेन्टोज शर्करा व फास्फेट समूह से मिलकर बना होता है, अम्लीय प्रवृति् के कारण इसे न्यूक्लिक अम्ल कहा गया।
- चार्गाफ़ ने सन् 1950 में विभिन्न स्रोतों से DNA प्राप्त किए तथा निम्न निष्कर्ष निकाले। इन निष्कर्षो को ही चार्गाफ़ नियम कहते हैं।
- वाटसन तथा क्रिक ने 1953 में DNA की संरचना का अध्ययन किया। उनके अनुसार यह द्विक कुण्डलीय संरचना हैं। इसमें पॉलीन्यूक्लियोटाइड की दो श्रृंखलाये प्रतिसमानांतर दिशाओं में हाइड्रोजन बंधों से जुड़ती है, सामान्यत: मिलने वाला DNA ‘B’ DNA दक्षिणावर्ती होता है ।
- वसा का संचयन, जंतुओं के एडीपोज ऊतक मे त्वचा के नीचे होता है। वसा कार्बनिक यौगिक है, तथा ऑक्सीजन, हाइड्रोजन व कार्बन से बनते हैं। 1 ग्राम वसा के ऑक्सीकरण से 9.3 किलोकैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती हैं।
- वसा अम्ल (Fatty acid)- ये सामान्यत: 4-30 कार्बन अणु से निर्मित सीढ़ी श्रृंखला वाले होते हैं, जिनमें एक कार्बोक्सिल अम्ल (COOH) का अणु मिलता है। ये संतृप्त अथवा असंतृप्त दो प्रकार के होते हैं।
- जीवों में कुछ ऐसे पदार्थ पाए जाते हैं, जो रासायनिक अभिक्रियाभों की दर को परिवर्तित कर देते हैं। उत्प्रेरक कहलाते हैं। समस्त एंजाइम प्रकृति में प्रोटीन होते है ।
आशा है की यह नोट्स आपके उपयोग आया होगा। अगर कोई प्रश्न या कोई सुझाव है तो नीचे comment करे। हम आपको जल्द से जल्द जबाब देने की कोशिश करेंगे।
धन्यवाद।