कक्षा 11 जीवविज्ञान पाठ 2 जीव जगत का वर्गीकरण नोट्स पीडीएफ़ डाउनलोड

कक्षा 11 जीवविज्ञान पाठ 2 जीव जगत का वर्गीकरण नोट्स पीडीएफ़ डाउनलोड

नमस्कार बच्चों,

हमने इस पोस्ट मे कक्षा 11 पाठ 3 जीव जगत का वर्गीकरण का पूरा नोट्स दिया है। इस नोट्स मे हर एक बिन्दु को आसान भाषा मे लिखा है जिससे यह पाठ आप आसानी से समझ सकते है। यह नोट्स एनसीईआरटी (NCERT) पर आधारित है । अर्थात यह नोट्स उन सभी बच्चों के लिए उपयोगी है जो NCERT हिन्दी माध्यम से पढ़ते है ।

तो आप इस नोट्स के सायहता से इस पाठ जीव जगत का वर्गीकरण को समझे और लिखे। हर एक पाठ आसान होता है अगर इसे हम पूरा समझे और जरूरी बिंदुओ को ध्यान मे रखे । यहा हमने नोट्स पीडीएफ़(PDF) के रूप मे दिया है जिसे आप download कर सके ताकि आप इसका print कर अपने समय को बचा सके।

Download करने के लिए दिये गए Download PDF लिंक पर क्लिक करे ।

अध्यायजीव जगत का वर्गीकरण
विषयजीवविज्ञान
अध्याय क्रमांक2
कक्षा11
माध्यमहिन्दी
सत्र2025-2026

जीवविज्ञान कक्षा 11 अध्याय 2 नोट्स पीडीएफ़

2.-जीव-जगत-का-वर्गीकरण

Check: एनसीईआरटी कक्षा 11 जीवविज्ञान नोट्स पीडीएफ़

पाठ में मुख्य बिन्दु क्या-क्या है –
  • परिचय
    • वर्गीकरण की आवश्यकता और इतिहास
    • द्विजगत वर्गीकरण
    • पंचजगत वर्गीकरण की अवधारणा

  • पंचजगत वर्गीकरण
    • जगत मोनेरा (Monera)
      • जीवाणु (Bacteria): आकार, संरचना, पोषण और प्रजनन
      • आद्यजीवाणु (Archaebacteria)
      • यूजीवाणु (Eubacteria)
    • जगत प्रोटिस्टा (Protista)
      • क्राइसोफाइट्स (Chrysophytes)
      • डाइनोफ्लैजेलेट्स (Dinoflagellates)
      • यूग्लीनॉइड्स (Euglenoids)
      • अवपंक कवक (Slime Moulds)
      • प्रोटोजोअन (Protozoans)
    • जगत फंजाई (Fungi)
      • कवक की संरचना, पोषण और प्रजनन
      • कवक के वर्ग:
        • फाइकोमाइसिटीज (Phycomycetes)
        • ऐस्कोमाइसिटीज (Ascomycetes)
        • बेसिडिओमाइसिटीज (Basidiomycetes)
        • ड्यूटेरोमाइसिटीज (Deuteromycetes)
    • जगत प्लांटी (Plantae) (संक्षिप्त परिचय)
    • जगत ऐनिमेलिया (Animalia) (संक्षिप्त परिचय)

  • वायरस, वाइरॉइड और लाइकेन
    • वायरस (Viruses): संरचना और प्रकृति
    • वाइरॉइड (Viroids)
    • प्रिऑन्स (Prions) (अक्सर शामिल)
    • लाइकेन (Lichens)

जीव जगत का वर्गीकरण – पाठ का सारांश

  1. जीवों के वर्गीकरण के वैज्ञानिक मापदण्डों का उपयोग सर्वप्रथम अरस्तु ने किया था। उन्होंने पादपों और प्राणीयों का वर्गीकरण किया।
  2. यह वर्गीकरण प्रणाली सन् 1969 मे R.H हिटेकर द्वारा प्रस्तावित की गयी थी। पाँच जगत वर्गीकरण मे मोनेरा प्रोटीस्टा, फंजाइ, प्लांटी तथा एनिमेलिया जगत सम्मिलित किये गये है।
  3.  सभी प्रोकेरियोटिक जीव मोनेरा जगत के अन्तर्गत आते है। जीवाणु सूक्ष्म जीवो मे सबसे अधिक संख्या मे होते है और लगभग सभी स्थानो पर पाये जाते है।
  4. सभी एक कोशिकीय युकैरियोटीक जीव प्रोटिस्टा जगत के अन्तर्गत आते है। युकैरियोटीक होने के कारण इनकी कोशिका में एक सुसंगठीत केन्द्र तथा अन्य झिल्ली परिबद्ध कोशिकांग पाये जाते है।
  5. सभी प्रोटोजोआ परपोसी होते है, जो परभक्षी अथवा परजीवी के रूप मे रहते है। में प्राणीयों के पुरातन सम्बधी है। इन्हें चार समूह में बांटा गया है।
  6. इस जगत में ऐसें जीव आते है। जिनमें काइटिन की कोशिकाभित्ति पायी जाती है। कवको की आकारकी एवं आवासों में भिन्नता पाई जाती है। विज्ञान की वह शाखा जिसमें कवकों का अध्ययन किया जाता है। उसे माइकोलोजी कहते है।
  7. पादप जगत मे वे सभी जीव आते है जो युकैरियोटीक है। जिनमे क्लोरोफिल होते है। ऐसे जीवो को पादप कहते है।
  8. सन् 1971 ईo में टी. ओं डाइनर नें यना संक्रमक कारक खोजा जो वाइरस से छोटा था तथा जिसके कारण पोटेटों स्पिडल ट्युबर नामक रोग होता है।

आशा है की यह नोट्स आपके उपयोग आया होगा। अगर कोई प्रश्न या कोई सुझाव है तो नीचे comment करे। हम आपको जल्द से जल्द जबाब देने की कोशिश करेंगे।

धन्यवाद।

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