नमस्कार बच्चों,
हमने इस पोस्ट मे कक्षा 11 पाठ 12 अणुगति सिद्धान्त का पूरा नोट्स दिया है। इस नोट्स मे हर एक बिन्दु को आसान भाषा मे लिखा है जिससे यह पाठ आप आसानी से समझ सकते है । यह नोट्स एनसीईआरटी (NCERT) पर आधारित है । अर्थात यह नोट्स उन सभी बच्चों के लिए उपयोगी है जो NCERT हिन्दी माध्यम से पढ़ते है ।
तो आप इस नोट्स के सायहता से इस पाठ अणुगति सिद्धान्त को समझे और लिखे । हर एक पाठ आसान होता है अगर इसे हम पूरा समझे और जरूरी बिंदुओ को ध्यान मे रखे । यहा हमने नोट्स पीडीएफ़(PDF) के रूप मे दिया है जिसे आप download कर सके ताकि आप इसका print कर अपने समय को बचा सके।
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अध्याय | अणुगति सिद्धान्त |
विषय | भौतकी |
अध्याय क्रमांक | 12 |
कक्षा | 11 |
माध्यम | हिन्दी |
सत्र | 2025-2026 |
भौतिक विज्ञान कक्षा 11 अध्याय 12 नोट्स पीडीएफ़
अणुगति-सिद्धांतCheck: एनसीईआरटी कक्षा 11 भौतिक विज्ञान नोट्स
पाठ में मुख्य बिन्दु क्या-क्या है –
- भूमिका
- द्रव्य की आणविक प्रकृति
- गैसों का व्यवहार तथा आदर्श गैस की संकल्पना
- आदर्श गैस का अणुगति सिद्धान्त
- सिद्धान्त की अभिधारणाएँ
- गैस के दाब का व्यंजक
- अणुओं की गति के आधार पर दाब की व्याख्या
- ताप की अणुगतिक व्याख्या
- गैस के अणुओं की औसत गतिज ऊर्जा तथा परम ताप में संबंध
- ऊर्जा समविभाजन का नियम
- स्वातंत्र्य कोटि
- एकपरमाणुक, द्विपरमाणुक तथा बहुपरमाणुक गैसों की आंतरिक ऊर्जा
- विशिष्ट ऊष्मा धारिता
- गैसों की विशिष्ट ऊष्मा धारिता (Cp तथा Cv)
- मेयर का सूत्र (Cp−Cv=R)
- माध्य मुक्त पथ
- गैस के अणुओं की दो क्रमागत टक्करों के बीच की औसत दूरी
अणुगति सिद्धान्त – पाठ का सारांश
- जो गैस नियमों या आदर्श गैस समीकरण (PV = nRT) का सभी ताप और दाब पर पालन करती है। आदर्श या पूर्ण गैसें कहलाती है।
- गैस के अणुओं द्वारा टक्करो के कारण तय की गयी औसत दूरी को माध्य मुक्त पथ या औसत टक्कर दूरी कहते है।
- किसी गैस के एक ग्राम मोल मे अणुओ की संख्या को आवोगाद्रो संख्या कहते है। इसे N से प्रदर्शित करते है।
- स नियम का प्रतिपादन सर्वप्रथम मैक्सवेल ने किया था। अतः इस नियम के अनुसार, “किसी ऐसे गतिक निकाय, जो कि बहुत से कणों से मिलकर बना हो कि समस्त गतिज़ उर्जा निकाय की सभी स्वतंत्र कोटियो में समान रूप से विपरित होती है। तो इस नियम को उर्जा का समविभाजन का नियम कहते है।
- चार्ल्स के नियम के अनुसार, नियत पर किसी गैस के निश्चित द्रव्यमान का आयतन गैस के परमताप के अनुक्रमानुपति होता है।
आशा है की यह नोट्स आपके उपयोग आया होगा। अगर कोई प्रश्न या कोई सुझाव है तो नीचे comment करे। हम आपको जल्द से जल्द जबाब देने की कोशिश करेंगे।
धन्यवाद।